कलाम
नहीं है ये एक छोटा सा नाम
उनकी याद में रो रहा सारा हिंदुस्तान।।
हर किसी को याद होगा राष्ट्रपति का उनका काल।
अख़बार बेच कर मेहनत कर इंडियन मिसाइल बनाकर किया स्वदेसी मिसाइल का सपना साकार।।
भूलेगा नहीं आपको हिन्दुस्तान।
कभी नहीं भूल पायँगे आपके thought.
चीज़ें जो आपने सिखाया ।
आप ही रहोगे स्टूडेंट के प्यारे।
One salute to kalam
ढूंढ रहा तुझे मंदिर मस्जिद गुरूद्वारे में। इंसान ही इंसानियत को बेच रहा खुले बाज़ारो में।। अब लड़कियो की चीख सुनाई देती है तहखानों में। अब छोटी लडकिया परोसी जाती है मयखानों में।। यु सुने राहो में लडकिया अब निकलने से डरती है। जन्म लेने से पहले लड़कियां यु कोख़ में मरती है।। क्या हो गया है मेरे प्यारे भारत को क्या हो गया मेरे उस न्यारे भारत को। न है यहाँ लड़कियो की कद्र किसी को। जमाना बदल गया पर न यहाँ है सब्र किसी को।।
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