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Showing posts from July, 2015

Life of engineers

इंजीनियर इंजीनियर के बिना दुनिया चल नहीं सकती।। जिस तरह आज की दुनिया मोबाइल के बिना नहीं रह सकती।।। सब एग्जाम में पढ़ते है।। पर एक इंजीनियर स्टूडेंट से पूछो नक़ल किसे करते है।। वफ़ा हो या बेवफ़ाई ।।वफ़ा हो या बेवफ़ाई ।। इंजीनियर उसमे भी करते है कमाई।। ये बिना पढ़े देते है एग्जाम।।। पढ़ के जाए तो हो जायेगा इनका काम तमाम ।। बड़े बुजुर्गो ने कहा है कोशिश करने वालो की हार नहीं होती।। पर इन्हें कौन समझाय बैक लगाय बिना इंजीनियरिंग पार नहीं होती इंजीनियरिंग पार नहीं होती।।। P.c from www.wounderfulengineers.com

कलाम को आखरी सलाम

कलाम नहीं है ये एक छोटा सा नाम उनकी याद में रो रहा सारा हिंदुस्तान।। हर किसी को याद होगा राष्ट्रपति का उनका काल। अख़बार बेच कर मेहनत कर इंडियन मिसाइल बनाकर किया स्वदेसी मिसाइल का सपना साकार।। भूलेगा नहीं आपको हिन्दुस्तान। कभी नहीं भूल पायँगे आपके thought. चीज़ें जो आपने सिखाया । आप ही रहोगे स्टूडेंट के प्यारे। One salute to kalam

"दहेज़ एक अभिसाप"

बहु नहीं इन्हें दहेज़ चाहिए। किसी की बेटी के बदले इन्हें कार कुर्शी और मेज चाहिए।। जब धूम धाम से ब्याह कर के लाते है। तो फिर क्यों दहेज़ के लिए उन्हें तड़पाते है।। घर का सुख नहीं बल्कि इन्हें पैसों की भूख मिटानी है। दहेज़ के नाम पर हर बार बहु ही क्यों मारी जानी है।। दहेज़ देकर रोता है लड़की का परिवार। वास्तव में क्यों खुश् नही इतना दहेज़ लेकर लड़के का परिवार।। इन्हें कौन समझाए बहु सुख समृद्धि का द्वार है। क्यों करते है लोग दहेज़ के नाम पे अत्याचार।। इन्हें कोई समझाए की बहु के बिना नहीं चल सकता किसी का घर परिवार। याद रखना दहेज़ लेने वालो बहु ही है घर का सँसार बेटी सामान करो उसको प्यार उसको प्यार।।

College days

कॉलेज का वो पहला दिन कुछ याद है तुम्हे.. कुछ याद है मुझे।। शूरू दिन सब थे अनजान धीरे धीरे होने लगी दोस्तों से पहचान।। कुछ चहरे अपने लगे तो कुछ पराय लगे। किसी को देख कर दिल में एक अजीब सी हलचल मचने लगी तो वही कैंटीन के किसी कोने में दोस्तों की महफ़िल जमने लगी।। कभी किसी टीचर ने डांट दिया पर बुरे वक़्त में हर टीचर ने हमारा साथ दिया।। खाव्ब तो हमारे थे पूरा करने में टीचर्स ही तो सहारे थे।। होस्टल में मस्ती भरी वो रातें चुप चुप कर मैगी बना कर हम खाते।। नोट्स पुरे करने के लिए दुश्मन से भी कर लेते यारी बस यही तो अब याद रह गई सारी।। जन्मदिन की सुबह की वो दुःख भरी कहानी जो अब रुलायगी सारे जिंदगानी।। क्या याद है तुम्हे वो कॉलज के दिन जहा आकर हमने ज़िन्दगी जीना सीखा दोस्तों के लिए मरना सीखा नहीं भूल पाओगे वो कॉलेज का पहला दिन और कॉलेज का आखरी दिन।।

यादें

यादें याद आता है उसका हँसना। उसका मुस्कराना,अपनी अदाओ से हमें तड़पाना।। उसका रूठना मेरा मानना। याद आता है छोटी छोटी बातो पे उसको सताना।। याद आते है वो बीते पल। बस उनकी याद में रोना अब हर पल। वक़्त बे वक़्त की वो बातें। जिनके बिना सुनी लगती है अब रातें।। मौत भी ना छिन पाई हमसे वो शोहरत। हमेसा ज़िंदा रहेगी हमारी मोह्हबत।।। खुदा ने भी कैसा ये इन्साफ किया। एक को ज़िंदा रख दूसरे को चैन का मौत दिया//

बारिश

बारिश का मौसम है। सुहाना हर पल है।। चारो तरफ हरियाली है। जगत में फैली खुशहाली है।। फूलो में महक है। पेड़ो में चिड़ियों की चहक है ।। ये मौसम भी अजीब सा सुहाना है। हेर कोई बारिश का दीवाना है।। चाय के चुस्की के साथ हर के चेहरे पे हँसी। यही तो है बरसात की ख़ुशी।। बारिश किसी को हँसी तो किसी को गम दिलाती है। पर हर बारिश ज़िन्दगी का एक नया रूप दिखा जाती है।।

बेटियां

जन्म से ही माँ पापा की लाड़ली होती है।। दादा दादी की गोद में चैन से सोती है।।। हर दिन को ख़ास बना जाती है।। माँ बाप के लिए हर पल एक याद बना जाती है।।। बचपन में खुद रोती पर दुसरो को हसना सीखा जाती है।।।। वक़्त के साथ वक़्त को चलना सीखा जाती है।। दोस्तों बाद में अपना घर छोड़ दुसरो का संसार बना जाती है।। बिटिया रानी आते ही अपना बना आती है।। जो दुसरो को केवल हसना और खुस रहना सिखा जाती है।।सीखा जाती है।।

ZINDGI

zindgi kya hai ye ek choti se udaan hai jisme her kisi ko banani ek pahchaan hai. jina chaho to jine ki wajah hai jina na chaho to ye saza hai.. zingi me gyan waqt per mil jay to bulandi ke aasman per pahucha deti hai wrna apne irado se gira deti hi.. samay ki azib se chaal hai jo zindgi ko bana gai ek sawal hai... zindgi me kismat kisi mohtaaj nai hoti jo mehnet krta hai wo pta hai baki pachtata hai haar zindgi me bhut kuch sikha jati hai kisi ko apna to kisi ko paray bana jati hai.. aazadi ke bina zingi jise  naav ke bina patvaar hai... ant me bs do sbd zindgi mili hi to khul ke jiyo  jitni muskile aay unhe hs ke saho and zindgi me ishq mobhhobt pyar se reho zingi bhut choti hai  jab mili to hmne thukraya  jab jina chahe to usne  So live your life happily

Unknown Love

I never see you ,i never feel of you.. Whoever are you ,but i miss the thought about you... In my dream you are come, i feel like that i am drunk... My dream start from you end from you... Whoever are you but i love you.. Not need to see you , not need to fell you .. Oh; my sweetheart whoever are you i still love you..

Saawan

Meethi si hawa or soundhi si khusbhoo Bachcho ki chahak or chidhiyo ki gutar gu Barish ka wo pani jisme bhigne ki diwani Ishq ka wo mausam yaad aye sajan Milne ki arju hoke rubaroo Kaisa hai ye mausam kaisa hai ye sawan

A New Day

A new day new thoughts new journey new class Sun has rised but still so far Still trying to touch the sun By clambing on tower Everyone is here nd have started there work But m here n trying to touch the sun By clambing on tower I know its silly but everthing is possible May be my path is wrong but my thought is real I know i can do either by tower or by wall