मुझे पैदा होना है।
पाप की गोदी में सोना है।।
तेरे बाहो तले रोना है।।
वक़्त के साथ चलना और समय में खोना है।।
जो मिल जाय उसी में खुस रहना है।।
माँ मुझे एक मौका दो।।
मुझे पैदा होना है।।
चाचा की प्यारी रानी बनना है।
दादा दादी से कहानी सुनना है।।
मुझे भी मिटटी के खिलौने से खेलना है।
पापा के लिए कुछ बन के दिखाना है।।
माँ मुझे मेरा अधिकार दो
मुझे भी पैदा होना है।।।
अपने ज़िद पूरा करने के लिए रोना है।
अपने हक़ के लिए मुझे भी लड़ना है।।
माँ लड़की हु तो क्या हुआ मुझे भी पैदा होना है।।
तेरे ये आँशु मुझे तेरा ऊपर हुए जुल्म की कहानि बाता रहे है।
तुमपर हुये अत्याचार की निसानी दिखा रहे है।।
माँ फिर भी पापा से कहो न मुझे भी पैदा होना है।।
इस प्यारी सी दुनिया को देखना है माँ।।
मुझसे मेरा अधिकार मत छिनो,मुझसे मेरा परिवार मत छिनो।।
ए जालिम दुनिया वालो मुझे पैदा होने दो।।।
मुझे पैदा होने दो।।
ढूंढ रहा तुझे मंदिर मस्जिद गुरूद्वारे में। इंसान ही इंसानियत को बेच रहा खुले बाज़ारो में।। अब लड़कियो की चीख सुनाई देती है तहखानों में। अब छोटी लडकिया परोसी जाती है मयखानों में।। यु सुने राहो में लडकिया अब निकलने से डरती है। जन्म लेने से पहले लड़कियां यु कोख़ में मरती है।। क्या हो गया है मेरे प्यारे भारत को क्या हो गया मेरे उस न्यारे भारत को। न है यहाँ लड़कियो की कद्र किसी को। जमाना बदल गया पर न यहाँ है सब्र किसी को।।
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