हर दुःख सुख में हम रहते लोगो के साथ..
वो चैन की नींद सोये इसलिए हम न सोते है।।
हर दिन अपनी ड्यूटी करते
अपने देश के रक्षा के लिए हम ही घर मे दुश्मन के हाथो मरते।
तुम होली मानते दीवाली के दिए जलाते प्यार के गीत गाते।।
तुम्हारी ख़ुशी के लिए घर से बाहर बिताते हम दीवाली की राते।।
जब हम में से कोई शहीद होता है ।
मेरे परिवार के साथ हर कोई रोता है।।
देखो न हमें यु डर भरी निग़ाहों से ।
हम तुम्हारे रक्षक है हर वक़्त तुम्हे महफूज़ रखेंगे तुम्हे कातिलो की यातनाओ से।।
नया साल में जब तुम अपने परिवार के साथ ख़ुशी मानते हो।।
तुम्हारी ख़ुशी के लिए हम रात भर तलासी पर जाते है।।
बस यही आशा है तुम भाई बहन और परिवार के साथ हमारा साथ देंगे ।
तभी तो मिल के हम क्राइम फ्री भारत बनायँगे।।
तुम्हारे सपोर्ट की तलाश में अपना पुलिस परिवार।।
जय हिन्द
ढूंढ रहा तुझे मंदिर मस्जिद गुरूद्वारे में। इंसान ही इंसानियत को बेच रहा खुले बाज़ारो में।। अब लड़कियो की चीख सुनाई देती है तहखानों में। अब छोटी लडकिया परोसी जाती है मयखानों में।। यु सुने राहो में लडकिया अब निकलने से डरती है। जन्म लेने से पहले लड़कियां यु कोख़ में मरती है।। क्या हो गया है मेरे प्यारे भारत को क्या हो गया मेरे उस न्यारे भारत को। न है यहाँ लड़कियो की कद्र किसी को। जमाना बदल गया पर न यहाँ है सब्र किसी को।।
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