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Showing posts from November, 2015

तेरे प्यार में पागल

माना की मैं पागल था । हा तेरे प्यार में पागल था।। गलती थी मेरी इतनी की तेरी हर एक अदा का कायल था।। न सोचा था मुझे मिले तुमसे ज़िन्दगी भर का साथ। ना सोचा था की मेरे हाथो में हो तेरा हाथ। गलती तो बस इतनी हुई की बिना इज़ाज़त प्यार कर बैठा.। तेरी याद में सुबह शाम गुलजार कर बैठा।। खुदा न करे तेरे पे कोई आँच आए तेरे  को छुने से पहले मौत मेरे में शमा जाए। माना दुबारा हमारी मुलाकात होगी। मेरे न सही किसी और क साथ ज़िन्दगी भर तू साथ होगी।।

वो तेरी मुस्कुराहट

वो तेरी मुस्कराहट वो तेरी नज़ाकत न जाने कहा खो गई। वक़्त के साथ क्यों तू मुझसे दूर हो गई। तेरे हँसने का इन्तजार करना तुझे खुद से ज्यादा बेइंतहा प्यार करना ।। न होती है अब उन कोनों में कोई गुप्तगु। लगता हमसे खुदा ने छीन ली हमसे रूह। न है कही कोने में पड़े किताब। न बाकि है टूटने के लिए खाव्ब।। राह में जैसे अनजाने मुसाफिर ने साथ छोड़ दिया।। क्या गलती हुई ये तो बता दे जो तूने मुझसे मुँह मोड़ लिया।